Priyanka Verma

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लेखनी -- कभी यूं भी

कभी यूं भी.


कभी यूं भी पूछ लिया करो,
हाल हमारा,
हर बार बात करने के लिए
मुद्दे का होना जरूरी तो नहीं है,

कभी पढ़ भी लिया करो,
खामोशियों को हमारी,
हर बार शब्दों का होना जरूरी तो नहीं है,

तुम समझते नहीं,
या समझना चाहते नही,
मेरा ही, हर बार तुमसे,
प्यार जतलाना जरूरी तो नहीं है,

अरे, बीत जायेंगे हम
फिसलते लम्हों की तरह,
फिर कभी ये पल हमारे बीच आएं
ये जरूरी तो नहीं है।।

प्रियंका वर्मा
5/6/22

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4 Comments

Priyanka Verma

06-Jun-2022 01:44 PM

बहुत बहुत आभार आपका 🙏💐💐😊😊😊😊

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Seema Priyadarshini sahay

06-Jun-2022 12:10 PM

बेहतरीन रचना

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Saba Rahman

05-Jun-2022 11:09 PM

Nyc

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